रेसिपी
आज हम आपको मकर संक्रांति पर बनाए जाने वाले 5 पारंपरिक व्यंजनों की आसान रेसिपी बताते हैं.
कुकर में तीन चम्मच देसी घी डालें. आधा चम्मच जीरा, एक चुटकी हींग, दालचीनी का टुकड़ा, दो लौंग, 5 काली मिर्च, एक बड़ी इलायची डालें. मसाले भूनें. अब एक कटा टमाटर, दो बारीक कटी हरी मिर्च और आधा चम्मच हल्दी डालें. एक चम्मच अदरक का पेस्ट, आधा कप हरी मटर डालें. सभी को अच्छी तरह से मिलाकर पकाएं. भीगी हुई उड़द दाल और चावल डालें. एक चम्मच लाल मिर्च और स्वादानुसार नमक डालें. कुकर में दो से ढाई कप पानी डालें. कुकर का ढक्कन लगा दें. पहली सीटी आने तक पकाएं और फिर गैस बंद कर दें. खिचड़ी तैयार है, अचार और दही के साथ स्वाद लें.
एक कटोरी सफेद तिल भून लें. अब एक पैन में पहले दरदरे पीसे हुए बादामों को सूखा भूनें, फिर सूखा और कदूकस किया हुआ नारियल भूनकर दोनों को तिल के साथ मिलाएं. इसके बाद एक कढ़ाई में धीमी आंच पर थोड़ा गुड़ और पानी गर्म करें, फिर जब गुड़ पिघल जाए तो इसमें तिल वाला मिश्रण मिलाकर इससे लड्डू बनाएं और परोसें.
मैदा और घी को एकसाथ मिलाएं. पानी डालकर नरम आटा गूंद लें. फिर चना दाल को 20 मिनट तक पानी में पकाएं और इसे छानकर एक बर्तन में डालें. अब दाल, जायफल, इलायची और गुड़ को 5 मिनट तक पकाएं. आटे की लोई बनाकर बेलें और फिर उसमें दाल वाला मिश्रण भरकर इसे फिर से बेल लें. इसके बाद इसे देसी घी में सुनहरा भूरा होने तक पकाएं और इसका आनंद लें.
कुकर में 100 ग्राम घी डालें. इसमें चावल और मूंग दाल डालें. 2-3 मिनट इन्हें फ्राई करें. इसमें पानी और नमक डालें. प्रेशर कुकर का ढक्कन लगाकर तीन सीटी आने तक पकाएं. अब एक पैन में बाकी बचा हुआ घी, काजू, काली मिर्च, जीरा, हरी मिर्च, कढ़ीपत्ता और अदरक डालें. इसे एक मिनट तक फ्राई करें. तैयार किए गए तड़के को प्रेशर कुकर में डालकर अच्छे से मिलाएं. चटनी या सांबर के साथ इसे गर्म-गर्म सर्व करें.
चावल और मूंगदाल को सूखा भून लें, फिर इन दोनों को एक पैन में पानी के साथ डालकर लगभग 11 से 12 मिनट तक पकाएं. इसी बीच एक अलग पैन में धीमी आंच पर पानी और गुड़ की चाशनी बनाएं, फिर इसमें थोड़ा-सा इलायची पाउडर मिलाएं. जब चावल वाला मिश्रण पक जाए तो इसमें चाशनी मिलाकर इसे गर्मागर्म परोसें.
लोहड़ी के बाद मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है. इस बार यह 15 जनवरी को है. यह त्योहार सर्दियों के अंत और सूर्य के उत्तर की ओर बढ़ने के साथ लंबे दिनों की शुरुआत का प्रतीक है.